बच्चों के साथ बीच जाते समय इन चीज़ों की जानकारी रखनी चाहिए।
जब हम बच्चों के साथ बीच जाते हैं तो यह जानना और भी अधिक महत्वपूर्ण होता है कि सुरक्षित कैसे रहें और अपने बच्चों को सुरक्षित और प्रसन्न कैसे रखें।
जीवन-रक्षक बैबीसिटर नहीं होते हैं
जीवन-रक्षक सहायता के लिए उपलब्ध हैं परन्तु वे बैबीसिटर नहीं होते हैं और बच्चों को कभी भी किसी वयस्क की निगरानी के बिना रेत या पानी में अकेले नहीं छोड़ा जाना चाहिए।
हमेशा अपने बच्चों पर नज़र बनाए रखें और उन्हें कभी भी अकेला न छोड़ें...
- जब बीच पर भीड़ हो तो बच्चे आसानी से आपके बिना इधर उधर भटक कर आपकी आंखो से ओझल हो सकते हैं।
- हालाँकि लाइफसेवर्स और लाइफगार्ड सहायता के लिए मौजूद होते हैं, परन्तु वे उनकी भूमिका आया या शिशु संभालकर्ता की नहीं है और बच्चों पर नज़र रखने की जिम्मेदारी हमेशा माता-पिता की होती है।
- उथले पानी में भी अचानक से लहरें किसी भी समय आ सकती हैं और बहुत तेज़ी से छोटे बच्चों को अपने साथ गहरे पानी में ले जा सकती हैं।
- सुनिश्चित करें कि आप हर समय अपने बच्चों को देख सकते हैं – अपने बच्चों को खुद से भाग कर तैरने या पानी में खेलने न जाने दें।
- दिन बिताने के लिए अपना स्थान निर्धारित करने की सबसे अच्छी जगह के बारे में सोचें ताकि आप अपने बच्चों पर करीब से आंख रख सकें।
- छोटे बच्चों को बड़े बच्चों के साथ अकेला न छोड़ें – वयस्कों को हमेशा बच्चों की निगरानी करनी चाहिए क्योंकि हो सकता है कि बड़े बच्चों को भी यह पता न हो कि अचानक से कोई घटना घटने पर क्या करना है।
- तैरना सीखना एक बहुत महत्वपूर्ण कौशल है और तैराकी सीखना और पानी में बचाव करना सीखना हर उम्र में सीखा जा सकता है।
- भले ही आपकी संतान पूल में तैर सकती हो, पर इसका यह अर्थ नहीं है कि वह समुद्र में तथा लहरों में तैरने और अपना बचाव करने में सक्षम होगी।
- तेज़ी से आने वाले रिप करंट एकदम से आ सकते हैं और उथले पानी में खेलने वाले जिन बच्चों पर नज़र न रखी जा रही हो उन्हें किनारे से तेज़ी से अपने साथ बहा ले जा सकते हैं।
इसमें केवल एक सेकेंड का समय लगता है...
उथले पानी में भी बच्चों को कभी अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। बड़ी लहर किसी भी समय आ सकती है और लोगों को समुद्र में बहा ले जा सकती है। बच्चों को तैराकी के उचित कपड़े पहनने चाहिए और किसी ऐसे वस्यक के बिना पानी में नहीं जाना चाहिए जिसे तैराकी आती हो और जो उनकी सहायता कर सकता हो।
सर्फ लाइफसेविंग किसी बच्चे/बच्ची के बीच परिसर में आत्म-विश्वास, ज्ञान और कौशल का विकास करने के लिए एक बहुत बढ़िया गतिविधि है। आज ही निप्पर कार्यक्रम से जुड़ें!